International Literacy Day 2021: कोरोना महामारी के बीच विश्व साक्षरता दिवस 2021 आज, 8 सितंबर को दुनिया भर में मनाया जा रहा है. यह दिन साक्षरता के महत्व को चिह्नित करने और यह याद दिलाने के लिए मनाया जाता है कि साक्षरता एक अधिकार है. यूनाइटेड नेशन्स एजुकेशनल, साइंटिफिक एंड क्लचरल ऑर्गेनाइजेशन (UNESCO) ने 1966 में 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में घोषित किया था.
यूनेस्को ने पहली बार 7 नवम्बर 1965 को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने का फैसला लिया था. जिसके बाद इसके लिए एक दिन निर्धारित किया गया और तभी से हर साल 8 सितम्बर को विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है. यूनेस्को के इस फैसले के अगले साल से ही यानी 1966 से पहली बार साक्षरता दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी.
लोगों को साक्षर होने और सामाजिक और मानव विकास के अपने अधिकारों को जानने की आवश्यकता के बारे में जागरूक करने के लिए यह दिन मनाया जाता है.
भारत में साक्षरता दर
भारत में 2011 में पिछली जनगणना के अनुसार कुल 74.04 प्रतिशत साक्षर हैं, जिलमें पिछले दशक (2001-11) से 9.2 प्रतिशत की वृद्धि है. यूनेस्को के अनुसार देश को सार्वभौमिक साक्षरता प्राप्त करने में और 50 वर्ष लगेंगे जो कि 2060 है.
भारत में 2011 में पिछली जनगणना के अनुसार कुल 74.04 प्रतिशत साक्षर हैं, जिलमें पिछले दशक (2001-11) से 9.2 प्रतिशत की वृद्धि है. यूनेस्को के अनुसार देश को सार्वभौमिक साक्षरता प्राप्त करने में और 50 वर्ष लगेंगे जो कि 2060 है.
0 टिप्पणियाँ
thanks for the message